सैमसंग गैलेक्सी ऑन7 प्राइम (Samsung Galaxy On7 Prime) का रिव्यू

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Samsung Galaxy On 7 Prime

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मंहगे स्मार्टफोन वाले सेगमेंट में सैमसंग ने गैलेक्सी एस8 सीरीज़ और गैलेक्सी नोट 8 के बूते बड़ी बढ़त हासिल कर ली है। हालांकि, कंपनी के पास बजट रेंज में ऐसे ही दावे करने के लिए सैमसंग गैलेक्सी जे7 प्राइम (रिव्यू) और सैमसंग गैलेक्सी ऑन मैक्स (रिव्यू) को छोड़कर कोई और फोन नहीं है। साल 2018 का पहला महीना भी नहीं बीता है और भारतीय बाज़ार में कई नामी कंपनियों के हैंडसेट लॉन्च हो चुके हैं। इनमें से एक है सैमसंग का गैलेक्सी ऑन7 प्राइम

सैमसंग के इस नए फोन के स्पेसिफिकेशन सैमसंग गैलेक्सी ऑन नेक्स्ट और पुराने गैलेक्सी जे7 प्राइम से बहुत हद तक मेल खाते हैं। लेकिन इस बार कंपनी ने सैमसंग पे मिनी और सैमसंग मॉल जैसे फीचर देकर अपना ध्यान सॉफ्टवेयर की ओर क्रेंदित किया है। सैमसंग मॉल फीचर तो इस फोन के साथ लॉन्च ही हुआ है। फोन की कीमत 12,990 रुपये से शुरू होती है। इस वजह से गैलेक्सी ऑन7 प्राइम को कंपनी की ही गैलेक्सी जे और गैलेक्सी ऑन सीरीज़ के कई फोन से चुनौती मिलती है। आइए यह जानने की कोशिश करते हैं कि यह नया मॉडल कितना अलग और दमदार है...

Samsung Galaxy On7 Prime डिज़ाइन और बिल्ड क्वालिटी

Galaxy On7 Prime की मेटल यूनीबॉडी इसके मजबूत होने का एहसास देती है। 8 मिलीमीटर मोटाई वाला यह फोन स्लिम है और हाथों में इसकी ग्रिप अच्छी है। मेटल बैक का टेक्सचर स्मूथ है और इस पर ऊंगलियों के निशान नहीं पड़ते। लेकिन फ्रंट पैनल पर दिए गए ग्लास पर ऐसा नहीं होता। जाने-अनजाने में आपको इसके डिज़ाइन में गैलेक्सी जे7 प्राइम की झलक साफ नज़र आएगी जिसे 2016 में ही लॉन्च किया गया था। नई स्टाइल वाले कैपसिटिव बटन को छोड़ दिया जाए तो दोनों ही फोन लगभग एक जैसे ही लगते हैं।

2.5डी कर्व्ड ग्लास के कारण फोन आगे से दिखने में बहुत बेहतर लगता है। गैलेक्सी ऑन7 प्राइम में कंपनी ने 16:9 आस्पेक्ट रेशियो वाली स्क्रीन देना का फैसला किया है, यानी आपको 18:9 वाले मौजूदा ट्रेंड की कमी खेलगी। 5.5 इंच की स्क्रीन फुल-एचडी रिज़ॉल्यूशन वाली है। इस वजह से तस्वीरें और टेक्स्ट काफी शार्प नज़र आते हैं। पीएलएस टीएफटी एलसीडी के कारण कलर्स भी सटीक लगते हैं।

चौंकाने वाली बात है कि इस फोन में एंबियंट लाइट सेंसर नहीं है। हमने जब फोन को अंधेरे में इस्तेमाल किया तब यह बात सामने आई। इस कीमत में एनएफसी और वाई-फाई एसी जैसे फीचर ना होना, नज़रअंदाज किया जा सकता है। लेकिन एंबियंट लाइट सेंसर जैसे बेसिक फीचर नहीं दिए जाने पर निराशा होती है। इस वजह से हमें डिस्प्ले की ब्राइटनेस को बार-बार खुद ही नियंत्रित करना पड़ा।

डिस्प्ले के ऊपर 13 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा, नोटिफिकेशन एलईडी और ईयरपीस है। वहीं, निचले हिस्से पर फिज़िकल होम बटन है जो फिंगरप्रिंट सेंसर भी है। इस सेंसर के दोनों तरफ कैपसिटिव बटन हैं। सेंसर तेज़ी से आपकी ऊंगलियों की पहचना करेगा। होम बटन को हल्का सा छूने पर ही डिस्प्ले एक्टिव हो जाता है। कैपसिटिव बटन बैकलिट नहीं हैं, इससे भी निराशा होती है।

बायीं तरफ, वॉल्यूम बटन टॉप पर हैं और इसके नीचे दो सिम और माइक्रोएसडी कार्ड के स्लॉट हैं। पहले स्लॉट में प्राइमरी सिम कार्ड को रखा जा सकता है। सेकेंडरी स्लॉट में दूसरे सिम और 256 जीबी तक के माइक्रोएसडी कार्ड के लिए जगह है। स्पीकर और पावर बटन फोन की दायीं तरफ हैं। निचले हिस्से पर माइक्रो-यूएसबी पोर्ट और 3.5 एमएम हेडफोन सॉकेट को जगह मिली है। बॉक्स में आपको ट्रेवल एडप्टर, डेटा केबल, सिम इजेक्ट टूल और अन्य ज़रूरी कागज़ात मिलेंगे।

Samsung Galaxy On7 Prime स्पेसिफिकेशन और फीचर

नए गैलेक्सी ऑन7 प्राइम में ऑक्टा-कोर एक्सीनॉस 7870 चिपसेट का इस्तेमाल हुआ है। सैमसंग 2016 से इस प्रोसेसर का इस्तेमाल अपने बजट और मिड-रेंज डिवाइस में करती रही है। हमने इस फोन के 4 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज वाले महंगे वेरिएंट को रिव्यू किया है। लेकिन इसका 3 जीबी रैम और 32 जीबी स्टोरेज वाला सस्ता वेरिएंट भी है। अन्य कनेक्टिविटी फीचर में वाई-फाई बी/जी/एन, ब्लूटूथ 4.1, जीपीएस, ग्लोनास और बायडू फॉर नेविगेशन, एफएम रेडियो और यूएसबी-ओटीजी शामिल हैं। .

सैमसंग ने इस फोन में कई सेंसर नहीं दिए हैं। आपको प्रॉक्सिमिटी सेंसर और एक्सेलेरोमीटर ही मिलेगा। एंबियंट लाइट सेंसर के अलावा फोन में कोई कंपास या जायरोस्कोप नहीं है। 4जी के साथ वीओएलटीई के लिए सपोर्ट मौज़ूद है। फोन में वाई-फाई कॉलिंग का भी विकल्प है। टेलीकॉम कंपनियों द्वारा इस सेवा को उपलब्ध कराए जाने के बाद आप इस फीचर का भी लुत्फ उठा पाएंगे।

आपको एंड्रॉयड 7.1.1 नूगा मिलेगा। अफसोस कि बीते साल अगस्त महीने के बाद से एंड्रॉयड सिक्योरिटी पैच को अपडेट नहीं किया गया है। फोन सैमसंग के एक्सपीरियंस यूआई 8.5 पर चलता है जिसका इस्तेमाल सैमसंग गैलेक्सी ऑन मैक्स और हाल ही रिलीज हुए कंपनी के अन्य फोन में हुआ है। पहली होम स्क्रीन पर दायीं तरफ स्वाइप करने के बाद आप बिक्सबी स्क्रीन तक पहुंच जाएंगे। यहां पर आपको मौसम, शेड्यूल, रिमाइंडर और आपके सोशल फीड के नोटिफिकेशन के कार्ड मिलेंगे। आप यह तय कर सकते हैं कि किस ऐप को नोटिफिकेशन भेजने या बिक्सबी को अपडेट भेजने की इजाज़त है।

Samsung Mall इस फोन की खासियत है। यह कई ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म का एक ज्वाइंट ठिकाना है और इसमें बिक्सबी के विज़ुअल सर्च फीचर को इंटीग्रेट किया गया है। अभी सैमसंग ने जबॉन्ग, अमेज़न, टाटा क्लिक और शॉप क्लूज़ के साथ साझेदारी की है। आप जब भी इस ऐप में किसी खास प्रोडक्ट के बारे में सर्च करते हैं तो यह मॉल यूज़र को इन वेबसाइट के सर्च रिज़ल्ट को दिखाता है। कुछ भी खरीदने से पहले आपको सैमसंग अकाउंट से लॉग इन करना होगा।
मॉल ऐप में आपके पेमेंट या डिलिवरी संबंधित जानकारियां स्टोर नहीं होती। अगर आप कोई प्रोडक्ट खरीदना चाहते हैं तो ऐप आपको चुने गए शॉपिंग साइट के वेब चेकआउट पेज पर रीडायरेक्ट कर देता है। उदाहरण के तौर पर, अगर आप अमेज़न पर उपलब्ध किसी प्रोडक्ट को खरीदना चाहते हैं तो ऐप आपको अमेज़न इंडिया के वेब इंटरफेस पर भेज देगा, चाहे आपके फोन में अमेज़न ऐप भी इंस्टॉल हो। इस ऐप में आपको बेसिक प्रोडक्ट डिस्क्रिप्शन दिखेगा। पूरी जानकारी के लिए आपको उस शॉपिंग वेबसाइट की पेज पर रीडायरेक्ट कर दिया जाएगा।

आपके पास किसी प्रोडक्ट को खोजने के लिए सिर्फ टाइप करके सर्च करने का विकल्प नहीं है। आप चाहें तो वॉयस या तस्वीरों के ज़रिए भी प्रोडक्ट सर्च कर पाएंगे। इनके लिए सर्च बॉक्स के नीचे बटन मौज़ूद हैं। आप चाहें तो फोटो गैलरी में शॉपिंग बैग के आइकन पर क्लिक करके किसी फोटो की मदद से प्रोडक्ट को मॉल ऐप में सर्च कर सकते हैं। कैमरा ऐप में भी ‘Samsung Mall’ का विकल्प है। वॉयस सर्च गूगल के ज़रिए काम करता है और विज़ुअल सर्च बिक्सबी की मदद से।

विज़ुअल सर्च के साथ हमारा अनुभव बहुत अच्छा नहीं रहा। यह फीचर कई बार सही काम नहीं किया। उदाहरण के लिए, गैलेक्सी नोट 8 की पहचान करने के बजाय मॉल ऐप में सैमसंग के टैबलेट और अन्य फोन नतीज़े के तौर पर आए। ऐसा नहीं है कि इस फीचर ने कभी काम नहीं किया। कई बार यह प्रोडक्ट की सही पहचान भी कर लेता है।

फोन में सैमसंग पे मिनी का भी सपोर्ट मौज़ूद है। इसकी मदद से आप यूपीआई और पेटीएम-मोबीक्विक जैसे अन्य ऑनलाइन पेमेंट वॉलेट के ज़रिए ट्रांजेक्शन कर सकते हैं। ये अच्छा काम करते हैं। लेकिन क्रेडिट कार्ड इंटीग्रेशन नहीं होने के कारण भुगतान के विकल्प सीमित हो जाते हैं।
 

Samsung Galaxy On7 Prime परफॉर्मेंस, कैमरा और बैटरी लाइफ

आम इस्तेमाल में ऑन7 प्राइम ठीक-ठाक काम करता है, लेकिन हमारे हिसाब से इंटरफेस को और स्मूथ होना चाहिए था। ऐप्स में पोर्ट्रेट और लैंडस्कैप ऑरयेटेंशन में स्विच करने में थोड़ी देरी होती है। हमने कई बार पाया कि टच रिस्पॉन्स सही से रजिस्टर नहीं होता। साफ कर दें कि यह कमी बार-बार सामने नहीं आई। लेकिन कई बार रिव्यू के दौरान स्मार्टफोन इस्तेमाल करने का अनुभव खराब ज़रूर हुआ। आउटडोर इस्तेमाल करने के लिए स्क्रीन की ब्राइटनेस पर्याप्त है, लेकिन आपको इसे खुद ही नियंत्रित करना होगा। कंपास नहीं होने का मतलब है कि गूगल मैप्स इस्तेमाल करने के दौरान आप नहीं जान सकेंगे कि आप किसा दिशा की ओर देख रहे हैं।

हमें इस फोन के बारे में एक बात पसंद आई, यह जल्दी से गर्म नहीं होता। चाहे गेम खेलना रहे हों या आउटडोर में कैमरा इस्तेमाल कर रहे हों, यह कभी-कभार ही गर्म हुआ जो अच्छी बात है। बेंचमार्क परफॉर्मेंस भी प्रभावित करने वाली नहीं थी। कैज़ुअल गेम अच्छा चलते हैं, लेकिन आस्फाल्ट 8 जैसे पावरफुल ग्राफिक्स वाले गेम में फ्रेम रेट स्मूथ नहीं रहते।

Galaxy On7 Prime में 1080 पिक्सल के वीडियो चलाने में दिक्कत नहीं हुई। स्पीकर बहुत अच्छे नहीं हैं। इससे मीडिया फाइल के लिए पर्याप्त आवाज़ नहीं आती।

अब बात कैमरे की। फोन में फ्रंट और रियर पैनल पर एफ/1.9 अपर्चर वाले 13 मेगापिक्सल के सेंसर हैं। रियर कैमरे का ऑटोफोकस तेज़ी से काम नहीं करता, वो भी अच्छी रोशनी में। चलते हुए सब्जेक्ट को कैपचर करना आसान नहीं है। लैंडस्केप शॉट में डिटेल ठीक-ठाक आते हैं। लेकिन कैमरा कई बार सही एक्सपोज़र हासिल करने से चूक जाता है। इस वजह से कई बार शॉट के कुछ हिस्से बर्न्ट आउट नज़र आते हैं। एचडीआर मोड भी है लेकिन नतीज़े बहुत अच्छे नहीं आते। क्लॉज अप शॉट में वाइड अपर्चर लैंस के कारण अच्छी डेप्थ ऑफ फील्ड मिलती है। लेकिन कलर्स बहुत सटीक नहीं हैं।

कम रोशनी में भी परफॉर्मेंस उम्मीदों से कम है। लैंडस्केप में डिटेल ठीक-ठाक नहीं आते और ऑटोफोकस धीमा है। आप 1080 पिक्सल रिजॉल्यूशन तक के वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे। रिकॉर्ड किए गए वीडियो की क्वालिटी भी बेहद ही औसत है। बता दें कि फोन में कोई इलेक्ट्रॉनिक इमेज स्टेबलाइज़ेशन नहीं है। कैमरा ऐप में कुछ शूटिंग मोड भी हैं, लेकिन ये वीडियो के लिए नहीं हैं।

फ्रंट कैमरा भी 13 मेगापिक्सल का ही है और यह भी एफ/1.9 अपर्चर वाला है। दिन की रोशनी में फ्रंट कैमरा ठीक-ठाक काम करता है। लेकिन कम रोशनी में ऐसा नहीं होता। इसमें स्क्रीन फ्लैश है, पर यह बहुत प्रभावी नहीं है। सेल्फी फोकस फीचर पोर्ट्रेट मोड इफेक्ट देने की कोशिश करता है, लेकिन नतीज़े बहुत अच्छे नहीं आते।

कैमरा ऐप में सोशल शेयरिंग फीचर भी है। आप इसकी मदद से किसी भी तस्वीर को तेज़ी से फेसबुक और व्हाट्सऐप पर साझा कर सकेंगे।

3300 एमएएच की बैटरी के हिसाब से बैटरी लाइफ अच्छी है। आम इस्तेमाल में बैटरी को फुल-चार्ज करने के बाद हम फोन को पूरे दिन इस्तेमाल कर सके। पावरफुल ऐप्स इस्तेमाल करने के दौरान भी बैटरी स्तर में ज्यादा तेज़ी से गिरावट नहीं होती है। बैटरी पावर 5 फीसदी से कम होने पर स्क्रीन की ब्राइटनेस न्यूनतम स्तर पर चली जाती है। आप चाहें तो इसे बढ़ा भी सकते हैं। फास्ट चार्जिंग सपोर्ट नहीं है। रिटेल बॉक्स में दिए गए चार्जर से फोन को चार्ज करने में करीब 3 घंटे लगेंगे।
source: gadgets ndtv

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